कक्षा 7 के लिए सीबीएसई पैटर्न के तहत हिंदी पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
1. पठन कौशल
- गद्य और पद्य: पाठ्यपुस्तक में दिए गए विभिन्न गद्य और पद्य का अध्ययन। इनमें कहानियाँ, निबंध, और कविताएँ शामिल हैं जो साहित्यिक, सामाजिक, और नैतिक मूल्यों पर आधारित होती हैं।
- अपठित गद्यांश: अपठित गद्यांश पढ़कर उससे संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना।
- अपठित पद्यांश: अपठित पद्यांश को पढ़कर उसे समझना और उससे संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना।
2. लेखन कौशल
- लेख लेखन: सामाजिक, नैतिक और समसामयिक विषयों पर लेख लिखना। जैसे – प्रदूषण की समस्या, भारतीय संस्कृति, विज्ञान और तकनीक।
- अनुच्छेद लेखन: सरल और जटिल अनुच्छेदों का लेखन। जैसे – शिक्षा का महत्व, समय का सदुपयोग।
- कहानी लेखन: दिए गए विषय या चित्र के आधार पर कहानी का निर्माण करना।
- चित्र वर्णन: चित्र देखकर उसके आधार पर अनुच्छेद या कहानी लिखना।
- पत्र लेखन: औपचारिक और अनौपचारिक पत्रों का लेखन। जैसे – मित्र को पत्र, प्रधानाचार्य को पत्र, संपादक को पत्र।
- निबंध लेखन: समाज, प्रकृति और विज्ञान से जुड़े विषयों पर निबंध लिखना। जैसे – जल संरक्षण, पेड़ बचाओ अभियान।
3. व्याकरण
- संज्ञा और सर्वनाम: संज्ञा और सर्वनाम का विस्तार से अध्ययन और सही प्रयोग।
- विशेषण और क्रिया: विशेषण और क्रिया के प्रकार और उनके प्रयोग।
- काल: वर्तमान, भूत और भविष्य काल का अध्ययन और प्रयोग।
- वाच्य: कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य का अध्ययन।
- संधि: स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि का गहन अध्ययन।
- समास: तत्पुरुष, द्वंद्व, कर्मधारय और अन्य समास का ज्ञान।
- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द: एक से अधिक शब्दों के लिए एक शब्द का प्रयोग। जैसे – जो अन्य की सहायता करे – परोपकारी।
- विलोम शब्द: विलोम शब्दों का अध्ययन।
- पर्यायवाची शब्द: पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान और उनका प्रयोग।
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ: सामान्य मुहावरों और लोकोक्तियों का अध्ययन और उनका प्रयोग।
4. शब्दावली विकास
- नई शब्दावली: पाठों के माध्यम से नई शब्दावली का विकास और उनके प्रयोग का अभ्यास।
- संधि और समास: संधि और समास का गहन अध्ययन।
- शुद्धलेखन: शुद्ध लेखन का अभ्यास और सही व्याकरण का प्रयोग।
5. सुनना और बोलना
- श्रवण कौशल: कहानियों, कविताओं और वार्तालापों को सुनना और उनसे जुड़े प्रश्नों का उत्तर देना।
- भाषण और संवाद: विभिन्न विषयों पर भाषण देना और संवाद करना।
- वाद-विवाद और चर्चा: दिए गए विषयों पर वाद-विवाद और समूह चर्चा का आयोजन।
6. सृजनात्मक लेखन और गतिविधियाँ
- कविता लेखन: सरल से जटिल कविताएँ लिखने का प्रयास।
- नाटक लेखन: छोटे नाटकों का लेखन और उनका मंचन।
- रचनात्मक परियोजनाएँ: हिंदी भाषा से जुड़ी रचनात्मक परियोजनाएँ, जैसे – कहानी संग्रह, कवियों का परिचय।
7. साहित्यिक अध्ययन
- महत्वपूर्ण लेखक और कवि: हिंदी साहित्य के प्रमुख लेखक और कवियों के जीवन और उनकी रचनाओं का अध्ययन। जैसे – प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान।
- लोक कथाएँ और भारतीय साहित्य: भारतीय लोक कथाओं और प्रमुख साहित्यिक रचनाओं का अध्ययन।
8. नैतिक शिक्षा
- कहानियाँ: नैतिक शिक्षा पर आधारित कहानियों का अध्ययन।
- कविताएँ: नैतिकता और सामाजिक संदेशों से भरी कविताओं का अध्ययन।
9. अपठित गद्यांश और पद्यांश
- छात्रों को अपठित गद्यांश और पद्यांश दिए जाते हैं, जिनसे वे अपनी पढ़ने और समझने की क्षमता का विकास कर सकते हैं।
यह पाठ्यक्रम छात्रों के हिंदी भाषा कौशल को सुदृढ़ करने के साथ-साथ उनकी रचनात्मकता और व्याकरणिक ज्ञान को भी मजबूत करता है।