कक्षा 6 के लिए सीबीएसई पैटर्न के तहत हिंदी पाठ्यक्रम निम्नलिखित है:
1. पठन कौशल
- गद्य और पद्य: हिंदी पाठ्यपुस्तक में दिए गए गद्य और पद्य पाठों का अध्ययन। इसमें विभिन्न प्रकार की कहानियाँ, निबंध, और कविताएँ शामिल होती हैं जो नैतिकता, साहित्यिक सौंदर्य और सामाजिक संदेश पर केंद्रित होती हैं।
- अपठित गद्यांश: छात्रों को अपठित गद्यांश देकर उससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर देना।
- अपठित पद्यांश: सरल से मध्यम कठिन कविताओं को पढ़कर उनके आधार पर प्रश्नों का उत्तर देना।
2. लेखन कौशल
- लेख लेखन: विभिन्न विषयों पर लेख लिखना। जैसे – जल संरक्षण, पर्यावरण की सुरक्षा, समय का सदुपयोग।
- अनुच्छेद लेखन: छोटे से बड़े अनुच्छेदों का लेखन। जैसे – मेरा विद्यालय, भारत का त्योहार, मेरा प्रिय खेल।
- कहानी लेखन: दिए गए विषय या चित्र के आधार पर कहानी लिखना।
- चित्र वर्णन: किसी चित्र को देखकर उसका वर्णन करना।
- पत्र लेखन: औपचारिक और अनौपचारिक पत्रों का लेखन, जैसे – अपने मित्र को आमंत्रण पत्र, प्रधानाचार्य को आवेदन पत्र।
- निबंध लेखन: सरल और जटिल विषयों पर निबंध लिखने का अभ्यास, जैसे – अनुशासन का महत्व, विज्ञान के चमत्कार।
3. व्याकरण
- संज्ञा और सर्वनाम: संज्ञा के प्रकार और सर्वनाम का सही प्रयोग।
- विशेषण और क्रिया: विशेषण और क्रिया का परिचय और उनके सही प्रयोग।
- काल: वर्तमान, भूत और भविष्य काल का ज्ञान और उनके प्रयोग।
- वाच्य: कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य का परिचय।
- संधि: स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि का अध्ययन।
- समास: तत्पुरुष समास, द्वंद्व समास और अन्य समास का ज्ञान।
- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द: जैसे – जो सर्दी से कांप रहा हो – कापुरुष, जो भोजन योग्य हो – खाद्य।
- विलोम शब्द: विलोम शब्दों का अध्ययन।
- पर्यायवाची शब्द: पर्यायवाची शब्दों का अध्ययन, जैसे – आकाश-संवित, पृथ्वी-धरा।
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ: सामान्य मुहावरे और लोकोक्तियों का ज्ञान और उनका सही प्रयोग।
4. शब्दावली विकास
- नई शब्दावली: गद्य और पद्य पाठों के माध्यम से नई शब्दावली का विकास और उनका सही प्रयोग।
- संधि और समास: संधि और समास का गहन अध्ययन।
- वाक्य रचना: सही व्याकरण के साथ वाक्य निर्माण और लेखन का अभ्यास।
5. सुनना और बोलना
- कहानियाँ सुनना: कहानियों को ध्यान से सुनना और उसके बाद संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना।
- भाषण और संवाद: सरल विषयों पर भाषण देना और संवाद करना।
- वाद-विवाद और चर्चा: दिए गए विषयों पर वाद-विवाद और चर्चा का आयोजन।
6. सृजनात्मक लेखन और गतिविधियाँ
- कविता लेखन: सरल और रचनात्मक कविताएँ लिखने का प्रयास।
- नाटक लेखन: छोटे नाटकों का लेखन और उनके मंचन का अभ्यास।
- रचनात्मक परियोजनाएँ: हिंदी भाषा में विभिन्न रचनात्मक परियोजनाओं का आयोजन, जैसे – कवि परिचय, लेखकों के जीवन और उनकी रचनाओं पर चर्चा।
7. साहित्यिक अध्ययन
- महत्वपूर्ण लेखक और कवि: हिंदी साहित्य के प्रमुख लेखक और कवियों के जीवन और उनके कार्यों का परिचय, जैसे – कबीर, तुलसीदास, प्रेमचंद।
- लोक कथाएँ और बाल साहित्य: भारतीय लोक कथाओं और बाल साहित्य का अध्ययन और उनके नैतिक मूल्यों पर चर्चा।
8. नैतिक शिक्षा
- कहानियाँ: नैतिक शिक्षा पर आधारित कहानियों का अध्ययन।
- कविताएँ: कविताओं के माध्यम से नैतिक मूल्यों का विकास।
9. अपठित गद्यांश और पद्यांश
- छात्रों को अपठित गद्यांश और पद्यांश दिए जाते हैं, जिनसे वे पठन कौशल और समझने की क्षमता का विकास कर सकते हैं।
यह पाठ्यक्रम छात्रों के भाषा कौशल के साथ-साथ उनकी रचनात्मकता और व्याकरणिक ज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।